Thursday, October 7, 2010

दिव्या की मौत में पुलिस ने बहुत बड़ा खेल किया

आज की पुलिस वह भी उत्तर प्रदेश के कानपुर की पुलिस ने दिव्या की मौत में खेल कर ही दिया. सरकार के कानून भी ऐसे ही है यदि कोई गलत कर रहा है तो नौकरी से भी नहीं हटा सकते और कोर्ट में ही मुकदमा चलते-चलते वह रिटायर हो जाता है. अब तो कुछ कानून में बदलाव की आवश्यकता तो है ही. दिव्या की मौत में पुलिस ने बहुत बड़ा खेल किया है. आज के सभी समाचार पत्रों ने बिलकुल साफ-साफ कहा है और पोस्ट मार्टम रिपोर्ट भी यही कह रही है. पुलिस की कहानी और किसी को बचने या किसी को फ़साने जैसा बड़ा अपराध की भी सजा तो होनी ही चाहिए.
अब आवश्यकता है किसी बड़ी एजेंसी से जांच करा कर दोसी पुलिसजनों को बर्खास्त करने की.
जरा कानपुर के आज के समाचार पत्रों को देखें.
दैनिक जागरण 
दिव्या का दुष्कर्मी पकड़ा गया
कानपुर, रिपोर्टर: गणेश नगर स्थित भारती ज्ञान स्थली स्कूल में कक्षा 6 की छात्रा अनुष्का उर्फ दिव्या के साथ दुष्कर्म के आरोपी मुन्ना लाल को पुलिस ने पकड़ लिया। मुन्ना उसी मकान में रहता था। उसने छात्रा से पिछले तीन माह में कई बार दुष्कर्म करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने आरोपी को पनकी नहर के पास से गिरफ्तार कर लिया। रावतपुर गांव के रोशन नगर स्थित राजन शुक्ला के मकान में रहने वाली और भारती ज्ञान स्थली स्कूल की छात्रा अनुष्का उर्फ दिव्या की 27 सितंबर को स्कूल में हालत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी। छात्रा का दुष्कर्मी उसी मकान में रहने वाला मुन्ना लाल निकला। मूल रूप से उन्नाव के चौरासी निवासी मुन्ना के मुताबिक वह यहां अकेला ही रहता था। वह दादानगर बिस्कुट फैक्ट्री में ड्यूटी करता था। दोपहर में छात्रा कमरे में आ जाती थी। उसकी मानें तो वह तीन माह से छात्रा को टॉफी के बहाने बुलाता था और कई बार उसे हवस का शिकार बना चुका है। बाढ़ आने से वह 26 सितंबर को गांव चला गया। स्कूल में दिव्या की हालत बिगड़ने और फिर मौत की जानकारी के बाद वह गांव से नहीं लौटा। सीओ कल्याणपुर लक्ष्मी निवास मिश्रा के मुताबिक छात्रा की मौत के बाद उस मकान में रहने वाले सभी किरायेदारों के नाम पते लिए गए तो मुन्नालाल गायब था। कई दिन इंतजार के बाद भी वह नहीं लौटा तो उसकी तलाश में टीमों को रवाना किया गया था। पुलिस टीम उसकी तलाश कर रही थी। मंगलवार रात मुन्नालाल को पकड़ लिया गया। उसने पूछताछ में दुष्कर्म की बात स्वीकार की। उसे छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।


छेद ही छेद हैं पुलिस की कहानी में
कानपुर कार्यालय प्रतिनिधि: मुन्ना को गिरफ्तार कर पुलिस ने दिव्या कांड को कागजों में खोलकर अपने कर्तव्य की इतिश्री तो कर ली लेकिन पुलिस की इस कहानी में इतने छेद हैं कि उस पर विश्वास करना कठिन है। दिव्या के मामले में घटना की शुरूआत 27 सितंबर को स्कूल के अंदर इंटरवल के बाद हुई। इंटरवल तक ठीकठाक दिव्या की तबियत अचानक खराब हुई और उसे भीषण रक्तस्त्राव हो रहा था। बेंच, बाथरूम में रक्त पड़ा था और उसके कपड़े खून से सने थे। इंटरवल से पहले न तो दिव्या की तबियत खराब थी न उसके कपड़ों में किसी तरह का खून लगा था। दिव्या की हालत कुछ ही देर में इतनी खराब हो गयी कि उसने दम तोड़ दिया। भारतीय ज्ञान स्थली स्कूल में अधिक रक्तस्त्राव से कक्षा छह की छात्रा दिव्या के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह बात साफ हो गयी कि उसके साथ दुष्कर्म नहीं हुआ बल्कि कुकर्म हुआ था। यह भी साफ हो गया कि दिव्या के साथ कभी दुष्कर्म नहीं हुआ था। डॉक्टर इस निष्कर्ष पर भी पहुंचे कि कुकर्म के अलावा किसी औजार से उसे इतनी गंभीर चोट पहुंचायी गयी कि उसकी आंतें तक घायल हो गयीं। दूसरी ओर स्कूल प्रबंधक का दूसरा बेटा लगातार गायब रहा और पुलिस उसे अपनी पकड़ से बाहर बताती रही। पिछले कई दिनों से पुलिस मुन्ना को पकड़ने की फिराक में थी और उसे पकड़ कर पुलिस ने अपनी कहानी खोल भी दी कि उसने तीन बार दिव्या के साथ दुष्कर्म किया। गर्भ न ठहरे इसलिए टॉफी में गोलियां भी खिलायीं। पुलिस की कहानी में इतने छेद हैं कि साफ दिख रहा है कि पुलिस ने किसी तरह मामले को यहीं खत्म करने का प्रयास किया।


अब तक सामने नहीं आया प्रबंधक का बेटा कानपुर, रिपोर्टर : पुलिस ने दिव्या की मौत के बाद प्रबंधक चंद्रपाल वर्मा और बेटे मुकेश को जेल भेज दिया। इस पूरे मामले में मीडिया के कई बार उसके छोटे बेटे पियूष को सामने लाने और पूछताछ करने की बात कहने के बाद भी पुलिस ने उससे पूछताछ नहीं की। पुलिस उसे मानसिक विक्षिप्त बताती रही जबकि स्कूल कर्मचारियों के मुताबिक वह आवास विकास में बना स्कूल चलाता है। और वह कंप्यूटर भी सिखाता है। पुलिस इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए है।
अमर उजाला कानपुर
अनुष्का कांड में पड़ोसी गिरफ्तार



कानपुर। अनुष्का उर्फ दिव्या से दुष्कर्म के आरोप में पुलिस ने उसके पड़ोसी मुन्ना लोधी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। मुन्ना ने बताया कि उसने 20 सितंबर को नशे में एक दवाई खाकर दिव्या से रेप किया था। रक्तस्राव होने पर उसने मेडिकल स्टोर से लाकर दिव्या को दवा दी थी। इससे पहले 12 और 15 सितंबर को भी दुष्कर्म की कोशिश की थी। 26 सितंबर को वह गांव चला गया था। 28 को अनुष्का की मां ने ही उसे फोन पर बताया कि दिव्या मर गई है। सीओ के टोकने पर भी मुन्ना ने रेप की बात कही अप्राकृतिक दुष्कर्म की नहीं।
सीओ लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि उन्नाव केसराहा साकेतपुर निवासी मुन्ना को पनकी नहर पुल के पास पकड़ा गया। वह दादा नगर की एक बिस्कुट फैक्ट्री में काम करता है। बकौल मुन्ना मात्र तीन हजार रुपए पगार मिलने की वजह से यहां अकेले रहता था। पत्नी और बच्चे गांव में रहते हैं। मुन्ना ने बताया कि दिव्या की मां से उसके देवर-भाभी जैसे रिश्ते हैं।
कहानी अभी खत्म नहीं हुई . बकौल सीओ पोस्टमार्टम अभी तफ्तीश पूरी नहीं हुई है। स्कूल को पूरी तरह क्लीन चिट भी नहीं दी है। अभी विवेचना चल रही है। जो भी तथ्य अथवा व्यक्ति आएंगे उसे विवेचना में शामिल किया जाएगा। दुष्कर्म कबूल करने पर मुन्ना को जेल भेजा जा रहा है। अभी देखा जा रहा है कि 20 से 27 तारीख के बीच और किसी ने तो बच्ची से गलत काम नहीं किया। दिव्या के कपड़ों और खून के थक्कों एवं अन्य सामान को फारेसिंक जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। शक के दायरे में आए अन्य लोगों के डीएनए टेस्ट भी कराए जाएंगे।
दिव्या की मां सोनू सिंह भदौरिया को पुलिस की कहानी पर यकीन नहीं है। उसका आरोप है कि पुलिस असली दोषी को छोड़ रही है। मकान मालकिन विमला शुक्ला को भी पुलिस की बातों पर यकीन नहीं है। उसका कहना है कि लंबे अर्से से मुन्ना यहां रह रहा है, कभी उसने ऐसी हरकत नहीं की।
जांच निष्पक्ष होनी चाहिए: इंद्रजीत
भारती ज्ञान स्थली के प्रबंधक चंद्रपाल वर्मा के छोटे भाई इंद्रजीत वर्मा का कहना है कि मुन्ना लोधी ने दिव्या के संग रेप किया अथवा दुष्कर्म नहीं पता। पर, असली मुल्जिम जनता के सामने आना चाहिए।
क्लीन चिट मिल गई कुछ दो
खुद को एक पुलिस अफसर का खास बताने वाला एक शख्स प्रबंधक के भाई इंद्रजीत से वसूली करने जा पहुंचा। बकौल इंद्रजीत उसने कहा कि आपके स्कूल को क्लीन चिट मिल गई है अब कुछ दो। इनकार करने पर दोनों में तीखी नोकझोंक भी हुई। बताते हैं कि यह व्यक्ति खुद को खुफिया विभाग से जुड़ा बताकर इलाकाई लोगों पर रौब भी गांठता है।

1 comment:

  1. इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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