Saturday, July 31, 2010

हवालात में ‘हैवानियत’ पर फंस गई पुलिस

amar ujala, 31 july  2010
महिला थाने की हवालात में एक महिला के साथ हैवानियत भरे सुलूक पर पुलिस बुरी तरह फंस गई है। शासन की फटकार पर पुलिस वालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। बरेली निवासी इस महिला को आठ दिनों तक अवैध हिरासत में रखकर उसके गुप्तांग में मिर्च और पेट्रोल डालने का यह सनसनीखेज मामला तीन दिन पहले प्रकाश में आया था।
बरेली निवासी सोनी (24) पत्नी दिनेश कुमार ने बुधवार को आईजी जावेद अख्तर के सामने पेश होकर महिला थाना पुलिस पर यह सनसनीखेज आरोप लगाए थे। सोनी ने आरोप लगाया था, 18 जुलाई को आधी रात पुलिस ने उसे दो बच्चों के अपहरण के शक में उस वक्त उठा लिया था जब वह मुरादाबाद में बहन के घर आई हुई थी। इसके बाद 26 जुलाई तक उसे महिला थाने में रखकर उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। सोनी के दावे पर यकीन किया जाए तो पुलिस वालों ने उसके गुप्तांग में मिर्च और पेट्रोल तक डाला। गुप्तांग पर तेजाब तक उड़ेलने की धमकी दी गई।

Friday, July 30, 2010

नक्सलियों को कारतूस बेचा, पुलिसकर्मी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक पुलिसकर्मी को नक्सलियों को सरकारी कारतूस बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार लोकनाथ नाम के पुलिसकर्मी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। वह सोनभद्र पुलिस लाइन में तैनात था। लोकनाथ पर पिछले दिनों सरकारी कारतूस से जुड़े कथित घोटाले में शामिल होने का आरोप है। इसके तार रामपुर में पकड़े गए कारतूस घोटाले के सूत्रधार एवं राज्य पुलिस के सेवानिवृत्त उपनिरीक्षक यशोदानंदन सिंह से जुड़े हैं।

कारतूस घोटाले का भंडोफोड़
रामपुर के पुलिस अधीक्षक रमित शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि लोकनाथ को रामपुर पुलिस की टीम ने सोनभद्र पुलिस लाइन से गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी यशोदानंदन सिंह व गिरफ्तार किए गए अन्य पुलिसकर्मियों की निशानदेही पर हुई। इसी साल 30 अप्रैल को विशेष कार्रवाई दस्ते (एसटीएफ) ने रामपुर में कथित कारतूस घोटाले का भंडोफोड़ कर इस गिरोह के संचालक यशोदानंदन सिंह, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) के दो जवानों और एक पुलिसकर्मी को भारी मात्रा में सरकारी कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया था। बाद में इस मामले में विभिन्न जिलों से कई और पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए गए।

Tuesday, July 27, 2010

खाकी वर्दी को मिला अपराध का लाइसेंस

जागरण 27 जुलाई 2010  
लखनऊ ढाई साल में ढाई सौ से ज्यादा दागी पुलिसकर्मी निलंबित। वसूली, अपहरण, लूट या बलात्कार जैसे जघन्य अपराध भी इनसे अछूता नहीं है। कायदे-कानून इनके लिए मायने नहीं रखते क्योंकि ये खाकी वर्दी पहनते हैं। कभी अपने इकबाल के लिए मशहूर यूपी पुलिस का यह बदरंग चेहरा ही अब इसकी असल पहचान है। शाहजहांपुर एटीएम कांड से फिर साबित हो गया कि मुख्यमंत्री हों या डीजीपी पुलिसकर्मियों को किसी का खौफ नहीं है। यूपी पुलिस व अपराध का नाता पुराना है। दागी पुलिसकर्मियों को फोर्स से बाहर करने के दावे कमजोर इच्छाशक्ति के आगे हवा हो गए और अपराध की बेल पुलिस महकमे की जकड़ती गई। शाहजहांपुर में रविवार को तीन सिपाहियों ने एटीएम लूट कर एक बार फिर वर्दी को दागदार किया। राजधानी के कई पुलिसकर्मियों के दामन पर भी अपराध की छींटे हैं। सनसनीखेज लूट हो या सुपारी लेकर हत्या, खाकी वर्दी वालों से कुछ नहीं बचा। और तो और 2006 में लखनऊ के गोमतीनगर से प्रापर्टी डीलर लोकनाथ के अपहरण में सीओ स्तर के अधिकारी तक की भूमिका सामने आयी। निचले स्तर के पुलिसकर्मियों में पनप रही आपराधिक प्रवृत्ति के लिए बड़े अफसर भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं। बीते दिनों गोमतीनगर में एक पुलिस अधिकारी ने कानून का पालन करने पर ट्रैफिक के एक दारोगा के साथ जिस तरह का बर्ताव किया वह जग जाहिर है। बाराबंकी के किसान से नारकोटिक्स विभाग के अधीक्षक का रिश्र्वत लेना भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता का कहना है कि ऐसे हालात में काफी सुधार की जरूरत है। पुलिसकर्मियों को फर्ज को ध्यान में रखकर काम करना चाहिये। वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस तरह की घटनाएं रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई वर्ष 2008-निलंबित हुए 224, बर्खास्त 24, वर्ष 2009-निलंबित हुए 27, बर्खास्त छह, वर्ष 2010 में अब तक नौ पुलिसकर्मी निलंबित क्या हैं मामले नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, व्यवसायीयों से वसूली, ठेके पर हत्या कराने, राजमार्गो पर वसूली, अपराधी पर कार्रवाई न करने आदि को लेकर पुलिसकर्मियों पर आरोप हैं। लखनऊ के आशियाना इलाके में तो क्राइम ब्रांच ने ही व्यवसायी से सोना लूट लिया।

पुलिस कर्मियों ने व्यापारी को अगवा कर लूटा

जागरण 27 जुलाई 2010
दिल्ली, जागरण संवाददाता सोनिया विहार इलाके में रविवार दोपहर कार सवार चार बदमाशों ने स्क्रैप व्यापारी को अगवा कर लिया। वारदात में दो दिल्ली पुलिस और एक यूपी पुलिस का सिपाही शामिल है। रोहुल्ला खान (51) सपरिवार गुलाबी बाग में रहते है। उनकी सोनिया विहार में स्क्रैप की दुकान है। रविवार दोपहर करीब 2 बजे वह दुकान पर बैठे थे। कार सवार चार लोग आए और खुद को सीबीआई कर्मचारी बताया। उन्हें चोरी का मॉल बेचने के आरोप में कार में बैठा लिया। बदमाश उन्हें घंटों सड़क पर कार में इधर-उधर घुमाते रहे। उनकी पिटाई की गई। रोहुल्ला के मुंह से खून निकलने पर उनकी कमीज पर खून के धब्बे पड़ गए थे। राह चलते लोगों की इस पर नजर न पड़े इसके लिए बदमाशों ने उन्हें टीशर्ट खरीदकर दी। बदमाशों ने रोहुल्ला की जेब में रखे 20 हजार रुपये व मोबाइल फोन छीन लिया। उन्हें छोड़ने के एवज में पांच लाख रुपये मांगे। मामला 50 हजार में तय हुआ। रोहुल्ला ने घर फोन करके भतीजे वसीउल्ला खान से पैसे मंगवाए। बदमाशों ने वसीउल्ला को कई घंटे पैसे लेकर इधर-उधर भटकाया। आखिर में देर शाम उन्होंने उसे विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन बुलाया। वसीउल्ला ने मार्केट के अन्य दुकानदारों व नाते-रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी। लोग कार, बाइक व अलग-अलग वाहनों से उसकी मदद के लिए पहुंचे। देर शाम वसीउल्ला बदमाशों को पैसे देने मेट्रो स्टेशन पहुंचा। बदमाश पैसे लेने आए तो लोगों ने उनको दबोच लिया। परिजनों का आरोप है कि सूचना देने के आधा घंटा देर से पुलिस आई। इसका फायदा उठाकर दो बदमाश फरार हो गए। दो को लोगों ने पकड़ लिया। इनकी पहचान अनिल कुमार व हिटलर सिंह के रूप में हुई है। दोनों दिल्ली पुलिस में सिपाही है। फरार हुए बदमाशों की पहचान जितेंद्र उर्फ बिट्टू व जावेद के रूप में हुई है। जितेंद्र यूपी पुलिस में सिपाही बताया जा रहा है। व्यापारी के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आईपीसी की धारा 384 (जबरन वसूली), 323 (मारपीट) व 34 आईपीसी (एक से अधिक लोग का वारदात में शामिल होने) जैसी हल्की धाराएं लगाई हैं। यह आईपीसी की धारा 365 (बलपूर्वक जबरन अगवा करने) का मामला बनता है।

Monday, July 26, 2010

सिपाहियों ने चोरी किया एटीएम

अमर उजाला - 26 जुलाई 2010
साढ़े आठ लाख के नोटों से भरा कॉर्पोरेशन बैंक का एटीएम शनिवार की रात लुटेरे खोल ले गए। पुलिस ने रविवार की सुबह एटीएम चैंबर में लगे सीसी कैमरे के जरिये मिले सुराग से वारदात का खुलासा करते हुए मय नोटों के एटीएम बरामद कर लिया। वारदात में तीन सिपाहियों समेत चार लोग शामिल थे। दो सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसमें एक पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री अवधेश वर्मा के आवास की सुरक्षा में तैनात था।
लुटेरे सेठ इंक्लेव स्थित कॉर्पोरेशन बैंक का एटीएम शनिवार देर रात खोल ले गए। वह वाहन साथ लाए थे। मशीन भारी होने के कारण उन्होंने एक्सिस बैंक के चौकीदार और एक अन्य चौकीदार की मदद लेनी चाही, विरोध करने पर उन्हें पीटा गया। वारदात के समय कॉर्पोरेशन बैंक का चौकीदार मौके पर नहीं था। घटना के बाद चौकीदार नन्हे ने अपने मालिक विवेक को बताया कि लुटेरे कॉर्पोरेशन बैंक का एटीएम ले गए हैं। विवेक ने बैंक के सहायक शाखा प्रबंधक अनुज सक्सेना को सूचना दी। सुबह पांच बजे पुलिस को सूचना मिली। सीओ सिटी ने एक्सिस बैंक के चौकीदारों से पूछताछ की। बैंक के सीसी कैमरे की रिकार्डिंग देखी गई। जिसमें सिपाही संदीप पंवार को पहचान लिया गया। सीओ सिटी ने दबिश देकर उसे पकड़ा। उसने वारदात में शामिल सिपाही शैलेन्द्र और संजीव के नाम बताये। शैलेन्द्र राज्यमंत्री अवधेश वर्मा के आवास की सुरक्षा में तैनात था। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। संदीप के मकान से एटीएम भी बरामद कर लिया गया। तीनों के खिलाफ केस कायम किया है। सिपाही संजीव कुमार और वाहन का ड्राइवर फरार हैं। आईजी गुरुबचन लाल ने पुलिस टीम के लिए 15 हजार के ईनाम की घोषणा करते हुए कहा, दोषियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी, उन्हें बर्खास्त किया जाएगा।
जागरण - 26 जुलाई 2010 
एटीएम लुटेरे दो सिपाही गिरफ्तार
शाहजहांपुर, 25 जुलाई (जासं) : शनिवार की रात तीन सिपाही कचहरी रोड पर चौकीदारों को मार-पीटकर कॉरपोरेशन बैंक का एटीएम उखाड़ ले गए। दो सिपाहियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर एटीएम व उसमें रखे रुपये बरामद कर लिए गए। इनमें एक सिपाही राज्यमंत्री अवधेश वर्मा की गारद का है। सदर बाजार थाना क्षेत्र के मोहल्ला सेठ एंक्लेव में कॉरपोरेशन बैंक का कार्यालय है। बगल में ही बैंक का एटीएम भी है। एटीएम पर चौकीदार मूलचन्द्र की ड्यूटी थी। तबीअत खराब होने के कारण वह रात करीब साढे़ बारह बजे वह बैंक प्रबंधक को सूचित कर घर चला गया। एटीएम की देखरेख का जिम्मा वह कुछ ही दूरी पर स्थित ऐक्सिस बैंक के एटीएम पर तैनात चौकीदार विनोद कुमार और कॉलोनी के निजी चौकीदार नन्हे को सौंप गया था। बैंक से कुछ दूरी पर कॉलोनी में ही राज्यमंत्री अवधेश वर्मा का भी मकान है, जहां सुरक्षा गारद रहती है। चौकीदार विनोद आदि ने पुलिस को बताया कि तड़के साढ़े तीन बजे राज्यमंत्री के गारद का सिपाही शैलेंद्र अपने दो साथियों के साथ कॉरपोरेशन बैंक के एटीएम पर पहुंचा। सिपाहियों ने चौकीदार नन्हे व विनोद को बंधक बना लिया। नन्हे की पिटाई भी की। इसके बाद आरोपी सिपाही एटीएम कक्ष में गए और लाइट का कनेक्शन काट दिया। चौकीदारों की मदद से एटीएम टाटा मैजिक में लादकर फरार हो गए। नन्हे ने अपने मालिक विनोद कुमार तुली को घटना की सूचना दी। श्री तुली से मिली सूचना पर बैंक के सहायक प्रबंधक अनुज कुमार सक्सेना पुलिस को जानकारी दी। आईजी गुरबचन लाल, एसपी कृष्ण मोहन आदि मौके पर पहुंचे। पुलिस व बैंक अधिकारियों ने एटीएम कक्ष का निरीक्षण किया। क्लोज सर्किट कैमरे में खाकी रंग का रेनकोट व पुलिस की टोपी पहने एक युवक दिखा। उसकी पहचान आ‌र्म्ड पुलिस के सिपाही संदीप पंवार के रूप में हुई, जो इस समय निलंबित है। कुछ घंटे में उसे दबोच लिया गया।
यूपी के मंत्री की सुरक्षा में तैनात सिपाही ने लूटा एटीएम
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शनिवार की रात तीन सिपाही कचहरी रोड पर चौकीदारों को मार-पीटकर कॉरपोरेशन बैंक का एटीएम उखाड़ ले गए। दो सिपाहियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर एटीएम बरामद कर लिया गया है। इनमें एक सिपाही राज्यमंत्री अवधेश वर्मा की सुरक्षा में तैनात है। सदर बाजार थाना क्षेत्र के मोहल्ला सेठ एंक्लेव में कॉरपोरेशन बैंक का कार्यालय है। बगल में ही बैंक का एटीएम भी है। एटीएम पर चौकीदार मूलचंद्र की ड्यूटी थी। तबीयत खराब होने के कारण वह रात करीब साढे़ बारह बजे बैंक प्रबंधक को सूचित कर घर चला गया। एटीएम की देखरेख का जिम्मा वह कुछ ही दूरी पर स्थित ऐक्सिस बैंक के एटीएम पर तैनात चौकीदार विनोद कुमार और कॉलोनी के निजी चौकीदार नन्हे को सौंप गया। बैंक से कुछ दूरी पर कॉलोनी में ही राज्यमंत्री अवधेश वर्मा का भी मकान है, जहां सुरक्षा गारद रहती है। चौकीदार विनोद आदि ने पुलिस को बताया कि तड़के साढ़े तीन बजे राज्यमंत्री के गारद का सिपाही शैलेंद्र अपने दो साथियों के साथ कॉरपोरेशन बैंक के एटीएम पर पहुंचा। सिपाहियों ने चौकीदार नन्हे व विनोद को बंधक बना लिया। नन्हे की पिटाई भी की। इसके बाद आरोपी सिपाही एटीएम कक्ष में गए और लाइट का कनेक्शन काट दिया। चौकीदारों की मदद से एटीएम टाटा मैजिक में लादकर फरार हो गए। नन्हे ने अपने मालिक विनोद कुमार तुली को घटना की सूचना दी। तुली से मिली सूचना पर बैंक के सहायक प्रबंधक अनुज कुमार सक्सेना ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस व बैंक अधिकारियों ने एटीएम कक्ष का निरीक्षण किया। क्लोज सर्किट कैमरे में खाकी रंग का रेनकोट व पुलिस की टोपी पहने एक युवक दिखा। उसकी पहचान आ‌र्म्ड पुलिस के सिपाही संदीप पंवार के रूप में हुई, जो इस समय निलंबित है। कुछ घंटे में उसे दबोच लिया गया। सिपाही शैलेन्द्र सिंह को भी पकड़ लिया गया। निशानदेही पर संदीप पंवार के कमरे से एटीएम बरामद कर लिया। आईजी गुरबचन लाल ने बताया कि सिपाही एटीएम से रुपये निकाल नहीं पाए। एटीएम में आठ लाख चौवन हजार सात सौ रुपये थे, जो पूरी तरह सुरक्षित हैं। पकड़े गए सिपाहियों में शैलेन्द्र सिंह खुर्जा और संदीप पवार जिला मुजफ्फरनगर का निवासी है। 

Saturday, July 17, 2010

पुलिस का कारनामा Jagaran- 17 july 2010

औरैया के एक गांव पर टूट पड़ी पांच थानों की पुलिस
         साथियों की पिटाई से गुस्सायी कई थानों की पुलिस ने पढ़ारा गांव में उत्पात मचाया। रिटायर्ड पुलिसकर्मी समेत दो घरों में तोड़फोड़ की और लाखों के जेवरात नगदी लूट ली। पुलिस ने दो दर्जन ग्रामीणों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। गढ़वाना तिराहे पर चेकिंग के नाम पर पुलिस कर्मी ने दोनों भाइयों वदेश तथा बृजेश की पिटाई की और लूट लिया। गांव में बताने पर दो दर्जन ग्रामीण तत्काल गढ़वाना तिराहे पर आये और पुलिसकर्मियों से शिकायकरने पर हाथापाई हुई। इसके बाद अछल्दा, फफूंद, बिधूना, एरवाकटरा, बेला थानों की फोर्स तथा पीएसी बल व महिला पुलिस शुक्रवार दोपहर पढ़ारा पहुंची। यहां उसने स्वदेश, बृजेश के घर के मुख्य द्वार को तोड़ डाला और घर में घुसकर सारा सामान तहस-नहस कर दिया। पूर्व संासद प्रदीप यादव पढ़ारा पहुंचे तो उन्हें गांव खाली मिला। पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र दुबे का कहना है कि दोनों युवकों ने अन्य साथियों के साथ मिलकर पुलिस से मारपीट की थी। शुक्रवार को दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस बल मौके पर भेजा गया था, लेकिन पुलिस द्वारा अभद्रता या लूट की बात सरासर गलत है।