Wednesday, August 11, 2010

पुलिस ने धर्म ही बदल दिया

अमर उजाला 11 .08 .2010
कानपुर। पुलिस की लापरवाही से एक मुस्लिम युवक का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से कर दिया गया। अब इसे लेकर हंगामा हो रहा है।
बाबूपुरवा निवासी जुबैदा बेगम ने बताया कि उनके पति वकील अहमद (40) बीती 30 जुलाई को इफ्तिखाराबाद निवासी अपने एक रिश्तेदार के यहां गए थे। वकील बीमार रहते थे और इस कारण उन्हें हार्ट अटैक पड़ा, जिससे उनकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर अनवरगंज थाने के एक दरोगा ने उनके शव का पंचायतनामा भरा। उनका शारीरिक परीक्षण करने के बावजूद शव को पंचनामे में हिंदू दिखाकर पोस्टमार्टम भिजवा दिया गया। लापरवाही दिखाते हुए पुलिस ने मृतक की शिनाख्त कराने की कोशिश नहीं की। शव को धनीराव पैंथर की संस्था को सौंप दिया गया। संस्था ने शव को हिंदू जान उसका दाह संस्कार करवा दिया।
इधर परिजनों ने सूचना लगते ही वकील की खोजबीन शुरू की तो उन्हें पूरी कहानी मालूम चली। जुबैदा अनवरगंज थाने पहुंची और शव का फोटो देखा तो थाने में ही हंगामा कर दिया। जुबैदा सीओ अनवरगंज, पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) से भी मिलीं लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली। सोमवार को वह पार्षद इजहारुल अंसारी के साथ अनवरगंज थाने पहुंची। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

Saturday, August 7, 2010

थाने में हैवान बनी पुलिस तीन की हालत गंभीर

jagaran 07 July 2010

चंदौली में पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हो पाया था कि चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए रेवती थाने लाये गये तीन आरोपियों पर पुलिस का कहर टूटा। हालत गंभीर होने पर पुलिस ने तीनों को स्वास्थ्य केन्द्र में शुक्रवार को भर्ती कराया। इसमें एक की हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। घटना से आक्रोशित जनता ने थाने व अस्पताल में बवाल काटा। उनका गुस्सा देख पुलिस कर्मी भाग खड़े हुए। इसको लेकर तनाव बना हुआ है। बताते चले कि पांच अगस्त को थाने से चंद कदम की दूरी पर एक मोबाइल की दुकान से चोरों ने हजारों का सामान उड़ा दिया था। इसको लेकर पुलिस काफी परेशानी में पड़ गयी थी। पुलिस ने इस मामले में बंसफोर बस्ती के भीम, जितेन्द्र व मादा कोगुरुवार की रात को उठा लिया। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने इन तीनों से कड़ाई से पूछताछ करने के दौरान थर्ड डिग्री का जमकर प्रयोग किया। इससे शाम को इनकी हालत गंभीर हो गयी। तीनों को इलाज के लिए पुलिस अभिरक्षा में स्वास्थ्य केन्द्र रेवती लाया गया। इसकी जानकारी होते ही जनता आक्रोशित होकर थाने पहंच गयी। प्रदर्शनकारियों में शामिल महिलाओं के तेवर देखने लायक थे। जनता के आक्रोश के आगे इन आरोपियों के साथ आई पुलिस टीम भाग खड़ी हुई।

जवानों ने ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

jagaran 07 july 2010
जनपद के ग्राम मूड़ाडीहा खुर्द में गुरुवार की रात पुलिस ने ग्रामीणों पर जमकर ताकत दिखाई। पुलिस व पीएसी के जवानों ने ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। उल्लेखनीय है कि रुधौली क्षेत्र के मूड़ाडीहा खुर्द में एक जमीनी विवाद को लेकर गुरुवार को थानेदार एएन सिंह ने एक ग्रामीण को थप्पड़ मार दिया था, जिसे लेकर बाद में गांव के लोगों ने जमकर हंगामा किया और पैमाइश करने पहुंचे लेखपाल को बंधक बना लिया। इसके बाद शाम करीब सात बजे गांव में भारी तादात में पहुंच कर पुलिस और पीएसी के जवानों ने ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पीएसी जवानों ने कई घरों में घुस कर ट्रैक्टर, मोटर साइकिल, कुर्सी-मेज तथा लालटेन तक को तोड़ डाला। विकलांग ज्ञानमती पत्‍‌नी झिन्नीलाल तथा मनोज पुत्र बहरैची को भी पीटा। उपजिलाधिकारी मिश्रीलाल ने बताया कि रुधौली थानेदार की तहरीर पर छह ग्रामीणों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत हुआ है। ग्रामीणों ने पुलिस और राजस्वकर्मियों के साथ अभद्रता की। सरकारी कार्य में बाधा पहंुचायी। तब पीएसी और वाल्टरगंज, सोनहा तथा पुरानी बस्ती से पुलिस टीम बुलानी पड़ी।